Rahat Indori Shayari
Rahat Indori Shayari in Hindi: नमस्कार दोस्तों आज हम आप सभी के लिए बेहतरीन राहत इंदौरी शायरी हिंदी में लाए हैं आप सभी को पता ही होगा कि अगर गजल इशारों की कला है, तो मान लीजिए राहत इंदौरी एक ऐसे कलाकार हैं जो अपने अंदाज में डांस करते हैं। इतना ही नहीं वह अपनी गजलों के जरिए दखल भी देते हैं।
Best Rahat Indori Shayari

मत पूछो शीशे से उसकी टूट जाने
की वजह उसने भी किसी पत्थर
को अपना समझा होगा..

नहीं होते हो फिर भी होते हो तुम,
ना जाने क्यूं हर वक्त महसूस होते
हो तुम… !!

जुबान तो खोल नजर तो मिला जवाब
तो दे मैं कितनी बार लूटा हूं फैसला
तो दे..

सभी के नाम पर नहीं रुकतीं धड़कनें*
दिलों के भी कुछ उसूल हुआ करते हैं

कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं,
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं
गुजरता..

इंतज़ार है मुझे जिंदगी के आखिरी पन्ने
का सुना है अंत में सब ठीक
हो जाता है..

तूफानों से आँख मिलाओ सैलाबों
पर वार करों मल्लाहों का चक्कर
छोड़ो तैर कर दरिया पार करों

“दिलों में आग, लबों पर गुलाब रखते हैं
सब अपने चहेरों पर, दोहरी नकाब रखते
हैं”
Rahat Indori Shayari on life

नहीं होते हो फिर भी होते हो तुम,
ना जाने क्यूं हर वक्त महसूस होते
हो तुम…!!

अब अपने रूह के छालों का कुछ
हिसाब करूँ मैं चाहता था कि
चिरागो को आफताब करूं

उस की याद आई है साँसो ज़रा
आहिस्ता चलो धड़कनों से भी
इबादत में ख़लल पड़ता है..

दुनिया मे वही शख्स उदास
रहता है जो खुद से ज्यादा
दूसरों की परवाह करता है..!

अंधे निकालने लगे हैं नुक्स मेरे क़िरदार
में बहरों की शिकायत है कि मैं ग़लत
बोलता हूँ..

अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे, फिर
भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे, ज़िन्दगी है
तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे अब भी बाकी हैं
कई दोस्त पुराने मेरे..

न हमसफ़र न किसी हम-नशीं से
निकलेगा हमारे पाँव का काँटा
हमीं से निकलेगा..!

मुहब्बतों का सबक़ दे रहे हैं
दुनिया को जो ईद अपने सगे
भाई से नहीं मिलते

छू गया जब कभी ख़्याल तेरा
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा |
कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया था घर
में घर देर तक महकता रहा..!
rahat indori shayari

हम अपनी जान की दुश्मन को
अपनी जान कहते हैं मोहब्बत
की इसी मिट्टी को हिन्दुस्तान
कहते हैं..

मैं मर जाऊँ तो मेरी इक अलग
पहचान लिख देना, लहू से मेरी
पेशानी पे हिन्दुस्तान लिख देना
जनाजे पर मेरे लिख देना यारो
मोहब्बत करने वाला जा रहा है.

ऐ ज़मीन एक रोज़ तेरी ख़ाक में ..
खो जायेंगे, सो जायेंगे मर के भी
रिश्ता नहीं टूटेगा हिन्दुस्तान के
ईमान से..!

मेरी कमियों को तलाशना बंद कर दिया है
लोगों को मैंने तोहफ़े में उन्हें जब से
आईना दे दिया है..

मुझे लगता है ये घड़ी जिसने भी बनाई होगी,
इंतज़ार उसे भी किसी का शिद्दत से होगा..!!

ये सहारा जो नहीं हो तो परेशान हो जाएँ, मुश्किलें
जान ही लेलें अगर आसान हो जाएँ, ये जो कुछ
लोग फरिश्तों से बने फिरते हैं, मेरे हत्थे कभी चढ़
जाएँ तो इंसान हो जाएँ।

लोग भागते रह जाते हैं
नंगे बदन के पीछे……
और एक काबिल लड़का माथा चूम कर
रूह हासिल कर लेता है। ।

किसने दस्तक दी, दिल पे ये कौन है
आप तो अन्दर हैं, बाहर कौन है

शरीर में कोई सुंदरता नहीं होती अच्छे
कर्म, विचार, वाणी व्यवहार, चरित्र और
संस्कार जिसके जीवन में है वही सुंदर है..!

मौत को गले लगा कर जीना आता है,
यूं ही नहीं साहब, पंछियो को तुफानी
को चीर कर उड़ना आता है..
राहत इंदौरी शायरी हिंदी 4 लाइन

कहीं अकेले में मिल कर झिंझोड़ दूँगा
उसे जहाँ जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूँगा उसे
मुझे वो छोड़ गया ये कमाल है उसका |
इरादा मैं ने किया था कि छोड़ दूँगा उसे..!

तेरी नाराजगी जायज़ है मेरे दोस्त,
मैं भी खुद से खुश नहीं आजकल..

अगर खिलाफ है होने दो जान थोड़ी है,
ये सब धुँआ है कोई आसमान थोड़ी है,
लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में,
यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है।

ये हादसा तो किसी दिन गुजरने वाला था
मैं बच भी जाता तो एक रोज मरने
वाला था..!

मेरे चेहरे पे कफ़न ना डालो,
मुझे आदत है मुस्कुराने की,
मेरी लाश को ना आने की !
दफ़नाओ मुझे उम्मीद है उस के