Bewafa Shayari
Bewafa Shayari: Unraveling the emotions of betrayal in verse. In the complex tapestry of human emotions, betrayal weaves a poignant thread that resonates across cultures. ‘Bewafa Shayari’, or poetry of betrayal, a wonderful way to capture the raw intensity is as an expression of heartbreak. Join us on a poetic journey as we explore the power of words to express the pain, disillusionment, and resilience that comes with the experience of being betrayed in love and life. Are.”
“बेवफा शायरी के साथ भावनाओं के दायरे में उतरें। इस संग्रह में मार्मिक छंदों के माध्यम से दिल टूटने का पता लगाएं, जहां शब्द प्यार के विश्वासघात की कड़वी यात्रा को दर्शाते हैं।”। ‘बेवफा शायरी’ के दायरे में भावनाओं की भूलभुलैया के माध्यम से एक काव्यात्मक यात्रा पर हमारे साथ जुड़ें।”
Bewafa Shayari in Hindi
क्यों महसूस नहीं होती उसे
मेरी तकलीफ जो कहती थी
अच्छे से जानती हूं तुम्हे..!
आंखें बहुत कुछ कहती हैं
बस कोई समझा ही नहीं.!
मैं तो तुम्हें किस्मत से भी
छीन लाता बस एक बार तूने
ये कहा तो होता कि मैं तेरी हूं.!
“जो भी मिले खिलाड़ी ही निकले
कोई दिल से खेल गया तो कोई
ज़िन्दगी से.!
उसका बेवफ़ा हो जाना भी,
लाज़मी था यार,
हमने मोहब्बत जो उनसे,
बेइंतिहा की थी..!
अपना बनाकर फिर कुछ दिनो मे
बेगाना बना दिया भर गया दिल
हमसे और मजबूरी का बहाना बना दिया.!
नहीं करना अपने दर्द का कोई
दिखावा मुझे बस अब अकेले
रो लेंगे और रो के सो लेंगे.!
तेरी खुशियों के बीच अब हम
नहीं आएंगे तुझे बिना बताए
तेरी दुनिया से दूर चले जाएंगे.!
मोहब्बत में अक्सर ऐसा ही होता है
बेवफाई करने वाले हंसते हैं और
वफा करने वाले रोते हैं..!
इंतजार तो प्यार में सिर्फ वही
कर सकता है, जिसने प्यार
हृदय से किया हो जिस्म से नहीं..!
एक तुम जो पूछ लो हाल मेरा मैं
घर मे रखी सारी दवाइयां फेंक दूं.!
दिल तोड़ दिया तूने शायरी
क्यों तुमने ज़िद करी मेरी
जिन्दगी में आने की जब
हिम्मत ही नहीं थी साथ
निभाने की..!
तेरी बेवफाई का गम तो नहीं,
मगर तू बेवफा है दुःख ये भी
कम नहीं.!
हर भूल तेरी माफ़ की, तेरी
हर खता को भुला दिया गम
है कि मेरे प्यार का, तूने
बेवफाई सिला दिया.!
बहुत ही सही कहा है किसी ने अपने
कभी नहीं रुलाते है बल्कि रुलाते वो
हैं जिन्हे हम अपना समझने की भूल
कर देते हैं.!
तुम समझे ही नहीं मेरी चाहत
को वरना तुम भी रो देते मुझे
पाने के लिए..!
मैं तेरे बाद कोई तेरे जैसा ढूँढता हूँ
जो बेवफ़ाई करे और बेवफ़ा न लगे.!
डाल कर आदत बेपनाह मोहब्बत की
अब वो कहते है की समझा करो, वक़्त
नहीं है.!
गैरो में बाट दिया उसने मेरे
हिस्से का टाइम मेरे हिस्से में
तो सिर्फ बहाने बचे.!
वो अक्सर मुझसे पूछते थे की तुम
कभी मुझे छोड कर तो नहीं जाओगे
अफसोस इस बात का है की काश
हमने भी ये सवाल उनसे पूछा होता.!
अब अकेले रहना सीख लिया है
मैने पता नही कोन कब छोड़ दे..!
दिल टूटने वाली बेवफा शायरी
तुम बदले तो मजबूरियाँ थी,
हम बदले तो बेवफ़ा हो गए.!
जब तक न लगे एक बेवफाई की ठोकर,
हर किसी को अपने महबूब पे नाज़ होता है.!
क्या जानो तुम बेवफाई की
हद दोस्तों,
वो हमसे इश्क सीखती रही
किसी और के लिए.!
दिल भी गुस्ताख हो चला था बहुत,
शुक्र है की यार ही बेवफा निकला.!
बेवफा लोगों को मुझसे बेहतर और कौन
जान सकता है,
मैं तो वो दीवाना हूँ जिसने किसी
की नफ़रत से भी मोहब्बत की है.!
बहुत ही अजीब लड़की थी वो यार,
पहले मेरी ज़िन्दगी बदली फिर खुद ही
बदल गयी.!
सब कुछ होते हुए भी इस दिल का
दर्द नहीं जाता क्यूंकि किस्मत ने हमें
BEWAFA बना दिया.!
रो पड़ा वो फकीर भी मेरे
हाथों की लकीरें देखकर,
बोला तुझे मौत नही किसी
की याद मारेगी.!
सिर्फ एक ही बात सीखी इन
हुसन वालों से हमने,
हसीन जिसकी जितनी अदा
है वो उतना ही बेवफा है.!
लड़कियों के लिए बेवफा शायरी
ना जिंदगी मिली न वफ़ा मिली क्यों हर
खुशी हम से खफा मिली झूठी मुस्कान
लिए दर्द छुपाते रहे सच्चे प्यार की हमें क्या
सजा मिली.
कैसे बुरा कह दूं तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है.!
चाहे जितना भी किसी को
अपना बना लो
वो एक दिन आपको गैर
महसूस करा ही देते हैं.
बहुत गिड़गिड़ाए हम तुम्हारे सामने अब
और नहीं तुझे तेरा हमसफर मुबारक और
मुझे मेरा अधूरा इश्क..
आसान नही है मुझे पढ़ लेना लफ्जों की
नही जज्बातों की किताब हूं मैं..!
तूने एक बात तो अच्छे से सिखा दी
किसी को हद से ज्यादा चाहोगे तो टूट
जाओगे.
हम तो खुद को तेरी मोहब्बत में मिटाते रहे
और तुम पीठ पीछे किसी और को गले
लगाते रहे.
खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो,
सहारे कितने भी भरोसेमंद हो, एक दिन साथ
छोड़ ही जाते हैं.!
शौक से तोडो दिल मेरा,
मुझे क्या हैरान करोगे..।
तुम ही इसमें रहते हो
अपना ही घर वीरान करोगें..!
Dhokha Bewafa Shayari
तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल
कर दिया है,
हम नहीं रोते लोग हमें देख
कर रोते हैं..!
फर्क उसे पढ़ता है जिसके pass कोई एक हो
जिसके पास हजारों हो उसे ek के चले जाने से
क्या फर्क पड़ेगा..!
दुनिया बहुत रंगीन है मेरे दोस्त.
हर रोज़ कोई न कोई अपना रंग दिखाता है..
लोग पूछते है हमसे की तुम
कुछ बदल गए हो
बताओ टूटे हुए पत्ते अब रंग
भी न बदलें क्या..
तन्हा ज़िन्दगी है. और जीना मुहाल है,
एक बेवफ़ा के ख़याल से हाल बेहाल है.!
दिन का क्या है दिन तो सबका ही ढलेगा,
धोखा देने वाले धोखा तुझे भी मिलेगा..!
तूने हमें अपना समझा नहीं कभी भी,
बेवफा तुझे याद करना छोड़ा नहीं अभी भी.!
“केसे भुला देते हैं लोग तेरी खुदाई को
या “रब” “मुझसे तो तेरा एक शख्स
भुलाया नहीं जाता.!
मैं तेरे बाद कोई तेरे जैसा ढूँढता हूँ जो
बेवफ़ाई करे और बेवफ़ा न लगे.!
खतरनाक बेवफाई शायरी
दुनिया वालों का भी अजीब दस्तूर है
बेवफाई मेहबूब से मिलती है और बेवफा
मोहब्बत बन जाती है.!
कैसे बुरा कह दूं तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है।
इस दुनिया में मोहब्बत की
तकदीर बदलती है,
शीशा तो वही रहता है
बसतस्वीर बदलती है।।
बेवफ़ा वक्त था, तुम थे या था
मुक्कदर मेरा, बात इतनी ही
है की अंजाम जुदाई निकला।
उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब था,
अपना भी न बनाया और किसी और का
होने भी न दिया।
वादे तो सभी करते हैं लेकिन
जिंदगी भर कोई साथ नही निभाता,
बेवफा होकर अगर भुलाई जाती यादें
तो मुस्कुरा के कोई अपने गम नही छुपाता।
गम ही गम है जिंदगी में खुशी
मुझे रास नही, मोहब्बत ऐसी से हुई
जिससे मिलने की कोई आस नही!!🥀
प्यार किया था तो प्यार का
अंजाम कहां मालूम था,
वफा के बदले मिलेगी
बेवफ़ाई कहां मालूम था।
भुला देंगे तुम्हे भी जरा सब्र तो करो,
तुम्हारी तरह बेवफ़ा होने में
थोड़ा वक्त तो लगेगा।
काश वो समझते इस दिल की तड़प को,
तो हमें यूं रुसवा न किया जाता,
यह बेरुखी भी उनकी मंजूर थी हमें,
बस एक बार हमें समझ तो लिया होता।
बहुत बहुत रोयेगी जिस दिन मैं याद आऊंगा,
और बोलेगी एक पागल था
जो पागल था सिर्फ मेरे लिए।
तेरे इश्क ने दिया सुकून इतना कि,
तेरे बाद कोई अच्छा न लगे,
तुझे करनी है बेवफ़ाई तो इस अदा से कर कि,
तेरे बाद कोई बेवफ़ा न लगे।
तेरी चाहत में रुसवा यूं सरे
बाजार हो गए,
हमने ही दिल खोया और हम
ही गुनहगार हो गए।
हमने वक्त से बहुत वफा की लेकिन,
वक्त हमसे बेवफ़ाई कर गया,
कुछ तो हमारे नसीब बुरे थे,
कुछ लोगों का हमसे जी भर गया।
दिल से रोये मगर होठों से मुस्कुरा बैठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे,
वो हमें एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिए जिंदगी लुटा बैठे।
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेवफ़ा मैंने तुझको भुलाया नही अभी।
जिसके ख़ुशी के खातिर हमने अपनो से रिश्ता तोड़ दिया !
वो बेवफा अपने नए रिश्तो के खातिर हमसे ही मुँह मोड़
मुझे खामोश देखकर इतना हैरान क्यों होते हो दोस्तों,
कुछ नहीं हुआ है बस भरोसा करके धोखा खाया हैं..!
मेरी आँखों में मोहब्बत की चमक आज भी है,
फिर भी मेरे प्यार पर उसको शक आज भी है,
नाव में बैठ कर धोये थे उसने हाथ कभी,
पानी में उसकी मेहँदी की महक आज भी है..!
मेरी वफ़एँ याद करोगे रो-रो के फरियाद करोगे !!
मुझको तो बर्बाद किया हैं अब और किसे बर्बाद करोगे !!
आखिर ज़िन्दगी ने भी पूछ ही लिया
कहा है वो शख्स जो तुम्हे मुझसे भी
ज्यादा प्यारा था ..!
तेरे होने पर भी खुद को तन्हा समजूं
मैं बेवफा हू की तुझे बेवफा समझं..!
मोहब्बत करने वालो मे भी अक्सर ये सिला देखा हैं !!
जिन्हे अपनी वफ़ा पे नाज़ था उन्हे भी बेवफा देखा हैं !!
कमाल का शख्स था वो..
जिसने जिंदगी तबाह कर दी
राज की बात है दिल उससे
आज भी खफा नही..!
हम तो जल गये उसकी मोहब्बत में मोम की तरह !!
अगर फिर भी वो हमें बेवफा कहे तो उसकी वफ़ा को
सलाम ..!
तमाशा बना के रखा है लोगो ने प्यार का
पहले करीब आते है प्यार जताते है
और फिर बिना कसूर छोड़ कर चले जाते हैं !!
दर्द भरी बेवफा शायरी इन हिंदी
किस किस बेवफा से रु-बरू करायें आपको !!
जब हमारी पहली मोहब्बत ही बेवफा निकली !!
दर्द दे गयी, तड़प दे गयी,
जाते जाते गम जुदाई का दे गयी,
साथ देना तेरे बस में नहीं था तो बेवफा
फिर मुझे क्यों ये रुस्वाई दे गयी….
महबूब की बेवफ़ाई में अक्सर
दिल अपने प्यार से नहीं
अपने आप से रूठ जाता हैं..!!
बिखरे हुए रिश्ते की कीमत ही क्या,
जब तोड़नेवाला ही न जानता हो,
बेवफ़ा से प्यार की उम्मीद ही क्या
जब वो निभाना ही न जानता हो….
दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है,
ख्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है,
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा है,
वफ़ा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है।
मेरी वफा के बदले बेवफाई न दिया कर,
मेरी उम्मीद ठुकरा के इन्कार न किया कर,
तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ गँवा बैठे,
जान भी चली जायेगी इम्तिहान न लिया कर।
ये चिराग-ए-जान भी अजीब है,
कि जला हुआ है अभी तलक,
उसकी बेवफाई की आँधियाँ तो,
कभी की आ के गुजर गई।
हमने वक़्त से बहुत वफ़ा की लेकिन,
वक़्त हमसे बेवफाई कर गया,
कुछ तो हमारे नसीब बुरे थे,
कुछ लोगों का हमसे जी भर गया..
Two Line Bewafa Shayari
अपने तजुर्बे की आज़माइश की ज़िद थी,
वर्ना हमको था मालूम कि तुम बेवफा हो जाओगे।
ना हूँ मै फरेबी ना मै बेवफा हूँ..!!
मै रुठा नही हूँ तुझसे बस तेरे लहजे से खफा हूँ..!!
तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई,
अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी।
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा
जिन्हे दावा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा
मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है,
खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है।
किसी का रूठ जाना और अचानक बेवफा होना,
मोहब्बत में यही लम्हा क़यामत की निशानी है।
दिल भी गुस्ताख हो चला था बहुत,
शुक्र है कि यार ही बेवफा निकला।
न कोई मज़बूरी है न तो लाचारी है,
बेवफाई उसकी पैदायशी बीमारी है।
हमारी निदं भी अब खफा हो गयी,
जब से मोहब्बत हमारी बेवफा हो गयी!!
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,
बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं।
Bewafa Shayari in Hindi for Girlfriend
उसकी बेवफाई पे भी फ़िदा होती है जान अपनी,
अगर उस में वफ़ा होती तो क्या होता खुदा जाने।
गम इस बात का नही कि तुम बेवफा निकली,
मगर अफ़सोस ये है कि,
वो सब लोग सच निकले,
जिनसे मैं तेरे लिए लड़ा करता था !!
मैं नही जानता मुझसे खफा कौन है,
मैं ये जानता हू वफ़ा कौन है,
वो चली तो गयी है पर पता ये करना है की,
ज़िंदगी और उसमे बेवफा कौन है !!
दिल जिस ने तोड़ा वो आज खुश बहुत है,
हम पी रहे हैं जाम और मदहोश बहुत हैं,
चाहते थे बद-दुआ देना पर बददुआ दे ना सके
हम बेवफा को बेवफा भी कह ना सके
मोहब्बत ने आज हमको रुला दिया
जिस पर मरते थे उसने ही भुला दिया
उसकी याद भुलाने के लिए आँसू पीता गया
एक दिन बेवफा ने उसमे भी ज़हर मिला दिया
दर्द ही सही मेरे इश्क़ का इनाम तो आया
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने
यूँ ही सही उसके लबों पे मेरा नाम तो आया
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी,
कि तुझे अलविदा भी ना कह सका,
तेरी सादगी में इतना फरेब था कि
तुझे बेवफा भी ना कह सका..!!
रुसवाईयों की बात क्यों करते हो
तन्हाईयों में याद क्यों करते हो।।
वफा नहीं करना तो कोई बात नहीं
बेवफाई की बात क्यों करते हो।
महबूब की बेवफ़ाई में अक्सर
दिल अपने प्यार से नहीं
अपने आप से रूठ जाता हैं..!!.
वफ़ा निभाई ही नहीं कभी तुमने मुझसे,
यही तो हमारे दूर होने की एक वजह बन गई,
तुम्हें इतना चाहा हमने सनम,
फिर भी ना जाने क्यों तू बेवफा बन गई…
Bewafa Shayari with Images
कोई मिला ही नहीं जिसको वफा देते।
हर एक ने दिल तोड़ा,
किस- किस को सजा देते।
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना,
तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना,
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना,
मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना ।
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है,
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।
वफ़ा के नाम से मेरे सनम अनजान थे,
किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे,
हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला,
हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे।
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आकर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।
मत रख हमसे वफा की उम्मीद ऐ सनम,
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने | हर चोट दिल पे खायी है।
मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए सायद
आज वो भी बेवफा हो गाए सायद
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था
मेरे ख्वाब मुझपे रो गए सायद.
किस-किस को तू खुदा बनाएगी,
किस-किस की तू हसरतें मिटाएगी,
कितने ही परदे डाल ले गुनाहों पे,
बेवफा तू बेवफा ही नजर आएगी।
मोहब्बत से रिहा होना ज़रूरी हो गया है,
मेरा तुझसे जुदा होना ज़रूरी हो गया है,
वफ़ा के तजुर्बे करते हुए तो उम्र गुजरी,
ज़रा सा बेवफा होना ज़रूरी हो गया है।
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,
वरना हमको कहाँ तुम से शिकायत होगी,
ये तो वही बेवफ़ा लोगों की दुनिया है,
तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी
Bewafa Shayari in Hindi English
wafa ki baat na kro yaro,
wafa toh dil dukhati hai
aaj bhi koi wafa ki baat kare
toh hume kisi bewafa ki yaad aati hai.
tum samajh lena bewafa mujhko,
mai tumhe magroor maan lunga
ye vajah achchee hogi,
ek dusare ko bhool jaane ke liye
mujhe shikava nahin kuch bewafai ka teri hargiz,
gila to tab ho agar tune kisi se nibhayi ho .
bhula denge tumhein bhi,
zara sabar to kijiye,
tumhari tarah bewafa hone me
thoda waqt to lagega ..
har bhool maaf kee teri
har khata ko bhula diya,
gam hai ki mere pyaar ka tune bewafai
sila diya.
tera khyaal dil se mitaaya nahi abhi,
bewafa mainne tujhako bhulaaya nahi abhi.
kabhi jo ham se pyaar beshumaar karte
they, kabhi jo ham par jaan nisaar
karte they, bharee mahafil mein hamko
bewafa kahte hain, jo khud se zyaada
hampar aitabaar karte they.
na raha kar udaas a dil
kisi bewafa ke yaad mein,
vo khush hai apani duniya mein
tera sab kuch ujaad ke.
likh-likh kar mita diye
teri bewafai ke geet, kiya karti thee
tu bhi wafa ek zamaane mein
jo kahate they hamase hain tere sanam, vo daga
de gaye dekhate dekhate dete mohabbat ka
inaam kya, vo saja de gaye dekhate dekhate.
sochata hoon ki vo kitane maasoom they, jo
bewafa ho gaye dekhate dekhate
aap ne ki bewafai, magar main abhi wafa
karta hoon, kahi aakho mein na aajaye
aansoo, isliye muskuraate rahta hoon !!
Tareef Ke Mohtaaj Nahi Hotey
Wafa Karne Waaley
Haqiqat yeh hai Ki gulabon Pe Kabhi itrrr
Nahi Lagaye Jatey.
kaisi ajeeb tujhse ye judaai thi,
ki tujhe alvida bhi na keh saka,
teri saadgi mein itna fareb tha,
ki tujhe bewafa bhi na kah saka.