Gulzar Shayari in Hindi
Gulzar Shayari in Hindi: हिंदी में गुलज़ार शायरी की रूह कंपा देने वाली दुनिया का अन्वेषण करें, जहां हर कविता जीवन की असंख्य भावनाओं का मार्मिक प्रतिबिंब है। अपने गहन साहित्यिक कार्यों के लिए जाने जाने वाले, गुलज़ार साहब की कविता अपनी गहराई, सरलता और विचारोत्तेजक कल्पना से मंत्रमुग्ध कर देती है। प्यार और लालसा से लेकर उदासी और आत्मनिरीक्षण तक, उनकी कविताएँ मानवीय अनुभवों की एक तस्वीर बुनती हैं जो पीढ़ियों तक गूंजती रहती हैं। हिंदी कविता के क्षेत्र में गुलज़ार की काव्य प्रतिभा की यात्रा पर हमारे साथ जुड़ें।
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New Gulzar Shayari
थोड़ा सा रफू करके देखिए
ना, फिर से नई सी लगेगी
जिंदगी ही तो है.!
Gulzar Shayari on love
हंसते रहोगे तो दुनिया साथ
है वरना आंसूओं को तो आंखों
में भी जगह नहीं मिलती..
सुनना चाहते हैं एक बार
आवाज़ आपकी मगर बात
करने का बहाना नहीं आता..!
वो दर्द बहुत ही अलग होता
है जिस दर्द को बांटने के
लिए कोई भी नही होता..!!
जिंदगी शिकायतें लेकर पीछे पड़ी है
और मेरा हौसला मुस्कुराने के जिद्द
पर अड़ा है.!
आखें बंद करके रोज तुम्हे
महसूस करता हु मेरे पास
तुमसे मिलने का कोई दूसरा
रास्ता नही.!
ठुकरा दो अगर दे कोई जिल्लत से
समंदर, इज्जत से जो मिल जाये वो
कतरा ही बहुत है..!
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता।
बर्बाद हो गये हम उसके प्यार में,
और वो कहती हैं इस तरह प्यार नहीं होता..!
दिल की उम्मीदों का हौसला
तो देखो इन्तज़ार उसका है
जिसको एहसास तक नहीं..!
तस्वीरे लेना भी जरूरी है
जिंदगी में साहब आईने गुजरा
हुआ वक्त नहीं बताया करते.!
जरूरी नहीं हर ख़्वाब पूरा
हो, सोचा तो उसे ही जाता है
जो अधूरा हो.!
Gulzar Shayari in Hindi 4 lines
वो मेरी रूह की चादर में समा गया
ऐसे वो निकले तो रूह निकले,
रूह निकले तो वो निकले.!
तुझे भूल जाने के लिए क्या
क्या कर रहा हु मै, अंशु,
ख़ामोशी, उदासी सभी की
कीमत अदा कर रहा हु मै.!
बहुत ज़रूरी तो नहीं हूँ मैं तेरे
लिए पर एक दिन मेरी कमी
ज़रूर महसूस होगी..!
निगाहों में मंज़िल थी गिरे और गिरकर
सँभलते रहे हवाओं ने बहुत कोशिश की
मगर चिराग आंधियों में जलते रहे.!
तेरा हक हैं मुझपर और तेरा
ही रहेगा मोहब्बत कोई ईद
नही जो हर किसी के गले
मिला जाये.!
महफिल में चल रही थी हमारे
कत्ल की तैयारी हम पहुंचे तो वो
बोले बड़ी लंबी उम्र है तुम्हारी..!
अकेलेपन में समेट ली जिंदगी
मैंने ! अब भरोसे पर भी भरोसा
नहीं रहा !
समय का कैसा मोड है, रात
दिन की दौड़ है..! ख़ुश रहने
का समय नहीं बस खुश
दिखने की ढोंग है..!
कपड़ों से तो सिर्फ पर्दा
होता है साहब हिफ़ाज़त तो
निगाहों से होती है..!
ये इश्क़ मोहब्बत की, रिवायत
भी अजीब हैपाया नही है जिसको
उसे खोना भी नही चाहते.!
तु मेरा वो पल है जिस पल
का इंतज़ार मुझे हर पल है..!
संघर्ष में आदमी अकेला
होता है सफलता में दुनिया
उसके साथ होती है.!
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं
छोड़ा करते। वक़्त की शाख़
से लम्हें नहीं तोड़ा करते.!
एक तेरा ही तो ख्याल है मेरे
पास, वरना कौन अकेले में
मुस्कुराता है.!
आइना देख कर तसल्ली हुई,
हम को इस घर में जानता है
कोई..!
बदले-बदले से हो जनाब क्या बात हो
गयी शिकायत हमसे है या किसी और
से मुलाक़ात हो गयी.!
तुझ से बिछड़ कर कब ये हुआ कि
मर गए, तेरे दिन भी गुजर गए और
मेरे दिन भी गुजर गए.!
फर्क नहीं पड़ता कि कौन आपको पाने के
लिए मरता है मायने तो ये रखता है
कि आपको खोने से कौन डरता है.!
हमसे नफरत करने वाले कमाल का
हुनर रखते हैं, हमें देखना नहीं चाहते
फिर भी नज़र रखते हैं.!
होटों की हंसी को ना समझ
हकीकत ए-जिन्दगी दिल में उतर
के देख कितना टूटे हुए हैं हम.!
सोचता हूं दोस्तो पर मुकदमा
कर दूँ इसी बहाने तारीखों
पर मुलाक़ात तो होगी..!!
हम समझदार इतने कि उनका झूठ पकड़
लेते हैं और उनके दीवाने भी इतने कि
फिर भी यकीन कर लेते हैं.!
दिल पर लगाओगे तो रोते रह जाओगे
इसलिए जो जैसा है उनके साथ आदर्श
सुविचार वैसे ही बन कर रहो.!
दिमाग वालों की दुनिया मे जब भेजना ही था.
ए ख़ुदा तो फिर अच्छा दिल देने की क्या
जरूरत थी..!!
मेरे सब्र से वाकिफ नही हो अभी
तुम मैने उसे भी खोया है, जिसे
मैने दुआओं में मांगा था.!
जहर का भी अपना हिसाब है मरने के लिए
थोड़ा सा और जीने के लिए बहुत सारा
पीना पड़ता है.!
तमाशा करती है मेरी जिंदगी,
गजब ये है कि तालियां अपने
बजाते हैं..!
मुझे तेरा साथ ज़िन्दगी भर नहीं चाहिए
बस जब तक तू साथ है तब तक ज़िन्दगी
चाहिए..!
आज उसने एक और दर्द दिया हैं तो
मुझे याद आया मैंने ही तो दुवाओ में
उसके सारे गम मांगे थे..!
heart touching गुलजार की शायरी
खुशी थोड़े समय के लिए सब्र
देती है लेकिन सब्र हमेशा के
लिए खुशी देती है.!
नसीब जिनके ऊँचे और मस्त होते है
इम्तिहान भी उनके जबरदस्त होते है..
खास तो हम भी हैं उनके मगर,
उनकी फुरसत के हिसाब से..!
किसी के लिए भी खुली किताब मत
बनों टाइमपास का दौर हैं पढ़कर फेंक
दिए जाओगे.!
उनकी चाहत में हम कुछ यूँ
बंधे हैं कि वो साथ भी नहीं
और हम अकेले भी नहीं.!
उस नज़र की तरफ मत देखो जो
आपको देखने से इंकार करती हो
दुनिया की भीड़ में उस नज़र को देखो
जो सिर्फ आपका ही इंतज़ार करती हो..!
चंद फासला जरूर रखिए हर रिश्ते के
दरमियान क्योंकि बदलने वाले अक्सर
बेहद अजीज ही हुआ करते हैं..!
फितरत तो कुछ यूं भी है
इंसान की बारिश खत्म हो
जाये तो छतरी बोझ लगती है.!
तजुर्बा बता रहा हूँ दोस्त दर्द, ग़म, डर जो भी है
बस तेरे अंदर है खुद के बनाए पिंजरे से
निकल के देख तू भी एक सिकंदर है.!
मेरी तन्हाई का मुझे गिला नही क्या
हुआ अगर वो मुझे मिला नही फिर भी
दुआ करेंगे उसके वास्ते खुदा उसे वो
सब अता करे जो मुझे मिला नही.!
दफ़्न कर दो हमें कि साँस मिले
नब्ज़ कुछ देर से थमीं सी है.!
हंसिये” मिलिए बातें करिए रूठने से
क्या साकार होगा ना तुम जानों ना
हम जाने कब क्या ‘आख़िरी बार होगा..!
हंसिये” मिलिए बातें करिए रूठने से
क्या साकार होगा ना तुम जानों ना
हम जाने कब क्या ‘आख़िरी बार होगा..!
gulzar shayari in english
अच्छी किताबें और अच्छे लोग,
तुरंत समझ में नहीं आते,
उन्हें पढना पड़ता हैं..
जिसे पा नहीं सकते जरूरी नहीं,
कि उससे प्यार करना भी छोड़ दिया जाए..
जिंदगी ने सवाल बदल दिए
समय ने हालत बदल दिए,
हम तो वही है यारों पर लोगो
ने अपने ख्याल बदल दिए…!
दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता,
लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछते हैं
और कितना वक़्त लगेगा..!
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती…!
बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला,
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं !
फिर वहीं लौट के जाना होगा,
यार ने कैसी रिहाई दी है..!
कैसे करें हम ख़ुद को तेरे प्यार के काबिल
जब हम बदलते हैं तुम शर्ते बदल देते हो…..
शोर की तो एक उम्र होती हैं,
ख़ामोशी सदाबहार होती हैं..!
कितनी खूबसूरत हो जाती हैं
ये दुनिया जब अपना कोई कहता हैं
की तुम याद आ रहे हो…
Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया…
फिर वहीं लौट के जाना होगा,
यार ने कैसी रिहाई दी है…!
कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं..
सोचा था हर दर्द बताएंगें तुमसे मिलकर
तुमने तो इतना भी नहीं पूछा की तुम
खामोश क्यों हो….
दिल तो रोज कहता है मुझे कोई सहारा चाहिए
फिर दिमाग कहता है क्या धोखा दोबारा चाहिए..!
आप के बाद हर घड़ी हम ने,
आप के साथ ही गुज़ारी है..!
सुनो…. जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि दुनिया
खूबसूरत है..!
समेट लो इन नाजुक पलो को
ना जाने ये लम्हे हो ना हो,
हो भी ये लम्हे क्या मालूम
शामिल उन पलो में हम हो ना हो..!
किसी को न पाने से जिंदगी खत्म नहीं
होती लेकिन किसी को पाकर खो देने से
कुछ बाकी भी नहीं रहता..!
ग़ज़ल भी मेरी है पेशकश भी मेरी है मगर
लफ्ज़ो में छुप के जो बैठे है वो हर बात तेरी है..!
गुलजार की शायरी दर्द भरी
मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं जो मैं हूं
न हक़ दो इतना की तकलीफ हो तुम्हे,
न वक्त दो इतना की गुरुर हो हमें ..!
ग़म मौत का नहीं है, ग़म ये के
आखिरी वक़्त भी, तू मेरे घर नहीं है…!
जब भी ये दिल उदास होता है,
जाने कौन आसपास होता है,
कोई वादा नहीं किया लेकिन
क्यूँ तेरा इंतज़ार रहता है..!
कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे..!
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं..!
गुलजार शायरी Motivational
पतझड़ में सिर्फ पत्ते
गिरते है नजरों से गिरने
का कोई मौसम नहीं
होता. !!
अब क्यों लगती है मुझे
ठोकरे पापा अब तो
चप्पल भी में सीधी
पहनता हूं..!!
वास्ता नही रखना तो
नजर क्यो रखते हो किस
हाल में जिंदा हूं खबर
क्यो रखते हो.!!
हालातों ने खो दी चेहरे
की मुस्कान वरना जहां
बैठते थे रौनक ला दिया
करते थे
आँखें भी खोलनी पडती है साहब
उजाले के लिए केवल सूरज के
निकलने से ही अंधेरा नहीं चला
जाता है. !!
कहने को शब्द नहीं
लिखने को भाव नहीं दर्द
तो हो रहा है पर दिखाने
को घाव नही. !!
शाम होते ही मन में एक
सवाल उठता है आज
दिन ढला है या उम्र
मेरी … !
Hindi Gulzar Shayari on Life
बेकार जाया किया वक्त
किताबों में सारे सबक
तो कमबख्त ठोकरों से
ही सीखे है.. ।।
अच्छे लोग बहुत
सस्ते होते है
बस मीठा बोलो
और खरीद ली..!!
कुछ लोग मेरे शब्दों से मेरे
अंदर देखना चाहते हैं नादान
है वो किनारो पे बैठकर समंदर
देखना चाहते है. !!
मुस्कुराहट दिखी पर आँखों
की नमी न दिखी दिल दुखाने
वालो को कभी अपनी कमी न
दिखी. !!
मत पूछो केसे गुजरता है हर
पल तुम्हारे बिना कभी बात
करने की हसरत तो कभी
देखने कि तमन्ना ..!!
छोड़ना चाहो तो कमियां
बहुत है मुझसे साथ निभाना
चाहो तो खूबियां भी कम
नही . ! !
क्या पता की मोहब्ब्त ही
हो जायेंगी हमे तो बस तेरा
मुस्कुराना अच्छा लगा था. !!
Gulzar Famous Shayari in Hindi
हम समझदार भी इतने है कि
उनका झूठ पकड़ लेते हैं और
उनके दीवाने भी इतने है फिर
भी यकीन कर लेते है. !!
ना समझ है वो अभी मेरी
बात नहीं समझेगा मेरी
जगह नहीं है न मेरी हालत
नहीं समझेगा
अगर पहला प्यार सच्चा
था तो दूसरा हुआ क्यों
और अगर दूसरा प्यार
सच्चा है तो पहला याद
क्यों है … !
बेकार जाया किया वक्त
किताबों में सारे सबक तो
कमबख्त ठोकरों से ही
सीखे है. !!
डर ये है कि कहीं उसे
खो ना दूसच ये है कि
कभी उसे पाया ही
नही.. !
अब क्या कहूं इस जिन्दगी के बारे
में एक तामसा थी जिसे उम्र भर देखा
मैने कभी बैठो अकेले में तो गिरने
लगते है आशू कुछ गम है सायद
जिन्दगी में ..!!
तुमने तो कहा था हर शाम
हाल पूछेंगे तुम्हारा तुम बदल
गए हो या तुम्हारे शहर में
शाम नहीं होती. !!
Gulzar Shayari Text & images
ठुकरा दो अगर दे कोई
जिल्लत से समंदर इज्जत
से जो मिल जाए वह
कतरा ही बहुत है . . !
मोहब्बत बड़े कमाल की
होती है जिंदगी बदल देती
है मिल जाए तब भी ना मिले
तब भी. !!
किसी ने थोडा सा अपना
वक्त दिया था मुझे मेने आज
तक उसे इश्क समझ कर
संभाल रखा है
सोच समझ कर ही नाराज
हुआ करो अपनो से
आजकल मनाने का रिवाज
खत्म हो गया है. !!
ना जाने क्यू रेत की तरह
निकल जाते है हाथो से वो लोग
जिन्हें जिंदगी समझकर हम
कभी खोना नहीं चाहते.. !!
हर उदासी का मसला इश्क
नही होता जिंदगी और
परिवार की उलझने इंसान
को उदास होने पर मजबूत
कर देती है..!!
खुशियां पराई होती है सब
में बाटं दी जाती है दर्द सिर्फ
अपने होते है दिल में रखते
पडते है. !!
गुलज़ार साहब शायरी हिंदी में
अजीब किस्सा है जिन्दगी का
कमबख्त एक दिन मरने के
लिए पूरी जिन्दगी जीनी पड़ती
है.. !!
कभी फायदा उठाकर
थक जाओ तो अपनी
गिरी हुई सोच उठा
लेना.!!!
तुम्हीं ने सफर करवाया था
मोहब्बत की कश्ती पे अब
नजरे ना फेर मुझे डूबता
हुआ भी देख !!
बडे ही खुशनुमा वहम थे कि
हम उनकी जिंदगी में अहम
है. ! ! !
अच्छे वक्त के आने जाने का
कोई वक्त नहीं होता जो ये
बात समझ जाए उसको कभी
दर्द नहीं होता. !!
काफी पुराने जमाने का
दिल है मेरा इसे जिस्मों
वाली मोहब्बत समझ नहीं
आती. !!
ढूंढ ही लेते उनको हम भी
शहर में इतनी भीड भी न थी
साहब पर रोक दी तलाश हमने
क्योंकि वो खोये नहीं बदल
गए थे. !!
4 Line Gulzar Shayari in Hindi
जाने वाले को जाने
दीजिये आज रुक भी
गया तो कल चला
जायेगा. !
गलती उसकी नहीं उसके चाहने
वाले मुझसे बेहतर थे कुछ
सूरत में खास कुछ रुतबे में
अच्छे थे. !!
प्रेम सब्र है सौदा नहीं
इसलिए हर किसी से होता
नहीं . ! !
मेरी बातो से बहुत तकलीफ
थी उन्हें उम्मीद है मेरी खामोशी
से सुकून मिला होगा . ! !
सिर्फ जहर ही मौत नहीं
देता कुछ लोगों की बाते भी
काफी होती है. !!
बहुत नुक्स निकालते है वो
इस कदर हम में जैसे खुदा
चाहिए था और हम तो इंसान
निकले.. !
फितरत तो कुछ यूं भी
है इंसान की बारिश खत्म
हो जाए तो छतरी भी बोझ
लगती है. !!
Gulzar Shayari On Zindagi
लोगो को खुश रखते
रखते हमारी खुशी ने
खुदखुशी कर ली. !!
किसी की आदत लगने में
वक्त नही लगता मगर आदत
को खत्म करने में जिंदगी
गुजर जाती है..!
हँसना हँसाना आता है मुझे
मुझसे गम की बात नहीं होती
मेरी बातों का मजाक होता
है लेकिन मेरी हर बात मजाक
नहीं होती. !!
अजीब सी दुनिया है ये
साहब यहां लोग मिलते कम
और एक दूसरे में झांकते
ज्यादा है. !!
ठीक हूं ये तो हम किसी से
भी कह सकते है लेकिन
परेशान हूं कहने के लिए
कोई बहुत ही खाश होना
चहिए . ! !
किसी ने थोडा सा अपना
वक्त दिया था मुझे मेने आज
तक उसे इश्क समझ कर
संभाल रखा है
बात बात पर भीग
जाती जिनकी आखें वह
कमजोर नही बल्कि
साफ दिल के होते है. !!
Beautiful Gulzar Shayari lyrics
किसी से दिल लग जाए
वह मोहब्बत नहीं है
किसी के बगैर दिल ना
लगे वह मोहब्बत है..!!
बहुत करीब से देखा
है मैने तुम्हें दूर जाते
हुए… !
गलती उसकी नहीं उसके चाहने
वाले मुझसे बेहतर थे कुछ
सूरत में खास कुछ रुतबे में
अच्छे थे. !!
रिश्ते कब तक निभाता
में आखिर अकेला ही
थोडा एहसास तो सामने
वाले को भी होना चाहिए…..
दिल में खोट है जुबान
से प्यार करते है बहुत
से लोग दुनिया में यही
प्यापार करते है…